जानिये “कहां राजा भोज और कहाँ गंगू तेली” के पीछे की कहानी

Story Of Kaha Raja Bhoj Kaha Gangu Teli | इस कहावत को फिल्मी गाने में भी पिरोया गया। यही नहीं, तंज कसने के लिए भी इस कहावत का प्रयोग किया जाता हैं। कहावत लोकप्रिय है। ह ऐसी है कि आम बोलचाल में कहीं न कहीं सभी के जुबान से निकल ही जाती है। लेकिन इस कहावत की कहानी की सत्यता क्या है ?? हम इस पर प्रकाश डालेंगे।
Kaha Raja Bhoj Kaha Gangu Teli 

भारत में ज्यादातर 3 ब्लेड वाले और विदेशों में 4 ब्लेड वाले पंखे क्यों इस्तेमाल होते हैं?


पंखे तो सबके घरों में होंगे लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पंखों में लगे ब्लेड्स की संख्या कम या ज्यादा क्यों होती है ?
अक्सर आपने भारतीय घरों में 3 ब्लेड वाले सीलिंग फैन (पंखे) देखे होंगे लेकिन क्या आपको पता है विदेशों में और ठंडे देशों में 4 ब्लेड वाले पंखे इस्तेमाल किये जाते हैं.

मध्ययुग में सजा देने के 10 खौफनाक तरीके

मध्ययुग को मनुष्य के इतिहास का सबसे बर्बर युग माना जाता है।  इस काल में अनेकों बर्बर लड़ाइयां लड़ी गई। अपने दुश्मनो, विद्रोहियों या क़ानून तोड़ने वालों को सजा देने के लिए ऐसे बर्बर, वहशी तरीके इस युग में इज़ाद किये गए जिनके बारे में सुनकर और पढ़ कर आपकी रूह काँप उठेगी।  हम यहाँ पर आपको मध्ययुग के सजा देने के 10 ऐसे ही खौफनाक तरीकों के बारे बताएंगे।


1. इम्पलीमेंट (Impalement) : 
इम्पलीमेंट (Impalement)



घर में पूजन सम्बन्धी नियम कायदे


अधिकांश हिन्दुओं के घर में पूजन के लिए छोटे छोटे मंदिर बने होते है जहां की वो भगवान की नियमित पूजा करते है। लेकिन हममे में से अधिकांश लोग अज्ञानतावश पूजन सम्बन्धी छोटे छोटे नियमों का पालन नहीं करते है। जिससे की हमे पूजन का सम्पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है। आज हम आपको घर में पूजन सम्बन्धी कुछ ऐसे ही नियम बताएँगे जिनका पालन करने से हमे पूजन का श्रेष्ठ फल शीघ्र प्राप्त होगा।

आखिर क्यों खाया था पांडवों ने अपने मृत पिता के शरीर का मांस ?

                                                                    Image Credit Wikipedia

आज हम आपको महाभारत से जुडी एक घटना बताते है जिसमे पांचो पांडवों ने अपने मृत पिता पाण्डु का मांस खाया था उन्होंने ऐसा क्यों किया यह जानने के लिए पहले हमे पांडवो के जनम के बारे में जानना पड़ेगा। पाण्डु के पांच पुत्र युधिष्ठर, भीम, अर्जुन, नकुल और सहदेव थे।  इनमे से युधिष्ठर, भीम और अर्जुन की माता कुंती तथा नकुल और सहदेव की माता माद्री थी। पाण्डु इन पाँचों पुत्रों के पिता तो थे पर इनका जनम पाण्डु के वीर्य तथा सम्भोग से नहीं हुआ था

महाभारत की 10 अनसुनी कहानियाँ


Untold Mythological Stories of Mahabharat
Image Credit Facebook
महाभारत की कहानियाँ हम बचपन से सुनते आ रहे हैं, टेलीविज़न पर देखते आ रहे है फिर भी हम सब महाभारत के बारे में बहुत कुछ नहीं जानते है क्योकि वेदव्यास द्वारा रचित महाभारत बहुत ही बड़ा ग्रंथ है, इसमें एक लाख श्लोक है। आज हम आपको महाभारत की कुछ ऐसी ही कहानियां पढ़ाएंगे  जो आपने शायद पहले कभी नहीं पढ़ी होगी। तो आइये शुरुआत करते है मामा शकुनि से।  हम सब मानते है की शकुनि कौरवों का सबसे बड़ा हितैषी था जबकि है इसका बिलकुल विपरीत। शकुनि ही कौरवों के विनाश का सबसे बड़ा कारण था, उसने ही कौरवों का वंश समाप्त करने के लिए महाभारत के युद्ध की पृष्टभूमि तैयार की थी।  पर उसने ऐसा किया क्यों ? इसका उत्तर जानने के लिए हमे ध्रतराष्ट्र और गांधारी के विवाह से कथा प्रारम्भ करनी पड़ेगी।

लिंग संग्रालय (पेनिस म्यूज़ियम) - यहाँ रखे है जानवरो, मछलियों और इन्सानो के लिंग (पेनिस)

आप ने अपनी ज़िंदगी मे कभी न कभी कोई ना कोई म्यूज़ियम अवश्य देख होगा। दुनिया में म्यूज़ियम बनाने कि परंपरा बहुत पूरानी है और दुनीया मे अनको चीज़ो के म्यूज़ियम बने हुए है।  लेकिन आइसलैंड की राजधानी रेक्जाविक मे स्तिथ  'आइसलैंडिक फैलोलॉजिकल म्यूजियम' (The Icelandic Phallological Museum) अपने आप में अनोखा है क्योकि यह दुनिया का इकलौता म्यूज़ियम है जहाँ मछलियो, जानवारों से लेकर इंसानो तक के लिंग (जननांग) का संग्रह किया गया है। इस लिंग म्यूज़ियम की स्थापना आइसलैंड के एक निवासी सिगरदर जारटार्सन ने 1997 में की थी।


Sigurður Hjartarson, founder of the Icelandic Phallological Museum
सिगरदर जारटार्सन, पेनिस म्यूज़ियम के संस्थापक                 All Images Credit         
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